नई दिल्ली, 8 मार्च 2025 – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जमाअत-ए-इस्लामी हिंद की राष्ट्रीय सचिव रहमतुन्निसा ने भारत में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, 2022 में प्रति 1 लाख महिलाओं पर 51 अपराध दर्ज किए गए। इससे भी गंभीर बात यह है कि हर 16 मिनट में बलात्कार की एक घटना होती है। ❌🔍
उन्होंने कोलकाता में डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या तथा पुणे में बस स्टैंड पर महिला के साथ बलात्कार जैसी हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए तंत्र कमजोर पड़ रहा है। केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे की बेटी के साथ छेड़छाड़ की घटना दर्शाती है कि जब VIP लोग भी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम महिलाओं की स्थिति और भी भयावह है। 🚨💔
रहमतुन्निसा ने कहा कि कानूनी सुधारों के साथ समाज में नैतिकता को भी बढ़ावा देना जरूरी है। उन्होंने पैगंबर मुहम्मद (उन पर शांति हो) के कथन को उद्धृत करते हुए कहा कि "तुममें सबसे अच्छा वह है जिसके पास सबसे अच्छे आचरण हैं।" जमाअत-ए-इस्लामी हिंद ने सरकार, शैक्षणिक संस्थानों और नागरिक समाज से महिलाओं के प्रति सम्मान बढ़ाने के ठोस कदम उठाने की अपील की। 🏛️📢
वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर बढ़ती नाराजगी ⚠️⚖️
जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के उपाध्यक्ष प्रो. सलीम इंजीनियर ने वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) ने पक्षपातपूर्ण तरीके से हितधारकों की चिंताओं को अनदेखा किया है। हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा प्रस्तावित सभी 14 संशोधनों को मंजूरी देना यह दर्शाता है कि यह विधेयक मुस्लिम धर्मस्थलों और संपत्तियों को कमजोर करने के उद्देश्य से लाया गया है। 📜🕌
इस विधेयक के तहत, सभी वक्फ संपत्तियों को 6 महीने के भीतर केंद्र सरकार के डेटाबेस में पंजीकृत करना अनिवार्य होगा। यदि यह समय सीमा पूरी नहीं होती, तो वक्फ संपत्ति से जुड़े कानूनी अधिकार सीमित कर दिए जाएंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह विधेयक पारित होता है, तो जमाअत-ए-इस्लामी हिंद इसे चुनौती देने के लिए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) और अन्य संगठनों का समर्थन करेगी। 🏛️🛑
उन्होंने 13 मार्च को जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन में अधिक से अधिक लोगों से शामिल होने की अपील की। 📢🤝
भारत में बढ़ती आर्थिक असमानता पर चिंता 📊💰
प्रो. सलीम इंजीनियर ने भारत में बढ़ती आर्थिक असमानता पर भी बात की। सिंधु घाटी वार्षिक रिपोर्ट 2025 के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि शीर्ष 10% आबादी ने disproportionate धन संचय किया है, जबकि निचले 50% लोग संघर्ष कर रहे हैं। 💼📉
उन्होंने कहा कि भारत के सबसे अमीर 1% लोगों के पास 73% संपत्ति है, जबकि 50% गरीबों के पास सिर्फ 1% संपत्ति है। उन्होंने सरकार से संसाधनों का न्यायसंगत वितरण सुनिश्चित करने की मांग की।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि छोटे व्यापारियों, किसानों और मजदूर वर्ग के हितों की रक्षा की जाए और विदेशी निवेश को नियंत्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास के साथ सामाजिक न्याय को भी प्राथमिकता देनी होगी। ⚖️📢
#DelhiNews #WomenSafety #WaqfBillProtest #EconomicInequality #LatestNewsFromDelhi
👉 दिल्ली में लोकल खबरों और अपडेट के लिए www.SnapDelhi.xyz (Faster Hyper Local News Agency Service of Delhi) पर लॉग इन करें। 📰🔗
FAQs:
1️⃣ What is the concern regarding women's safety in India?
- NCRB data shows alarming crime rates against women, with one rape case every 16 minutes. Activists demand stricter law enforcement and societal change.
2️⃣ Why is the Waqf Amendment Bill 2024 controversial?
- The bill mandates centralized registration of Waqf properties, raising concerns about state interference and reduced autonomy for Muslim organizations.
Poll: Do you think the Waqf Amendment Bill 2024 should be reconsidered?
🔘 Yes, it affects religious autonomy
🔘 No, it ensures transparency
0 टिप्पणियाँ