Delhi News : बीजेपी सत्ता मे तो आई गई.. लेकिन दिल्ली में भाजपा सरकार (1993-1998) – के बाद इतना समय क्यों लगा पढ़े ये खास रिपोर्ट.


दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार 1993 से 1998 तक रही, लेकिन बार-बार नेतृत्व परिवर्तन और चुनावी हार के चलते पार्टी सत्ता से बाहर हो गई। इस दौरान भाजपा के तीन मुख्यमंत्री बने, लेकिन कोई भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका।

📌 भाजपा सरकार का सफर (1993-1998)

1993 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला और उसने सरकार बनाई। लेकिन 5 साल में 3 मुख्यमंत्री बदलना पार्टी की स्थिरता पर सवाल खड़े करता है।

📍 (1) मदन लाल खुराना (1993-1996)
मुख्य उपलब्धियाँ: बुनियादी ढांचे और परिवहन सुधार 🏗️🚋
इस्तीफा: भ्रष्टाचार के आरोप और पार्टी के अंदरूनी दबाव के कारण ✍️

📍 (2) साहिब सिंह वर्मा (1996-1998)
मुख्य उपलब्धियाँ: गरीबों के लिए आवास योजनाएँ और जल-बिजली सुधार 🏠⚡
हटाने का कारण: लोकप्रियता में गिरावट और पार्टी के अंदरूनी मतभेद 🚫

📍 (3) सुषमा स्वराज (1998, सिर्फ दो महीने)
मुख्य उपलब्धियाँ: महिलाओं की सुरक्षा और भ्रष्टाचार विरोधी अभियान 🚺🛡️
चुनावी हार: बार-बार नेतृत्व परिवर्तन और जनता की नाराजगी के चलते भाजपा को 1998 के चुनाव में हार मिली 📉

📌 भाजपा सरकार गिरने के कारण

📍 1. बार-बार मुख्यमंत्री बदलना 🤯
🔸 5 साल में तीन मुख्यमंत्री बदलने से सरकार अस्थिर हो गई और जनता का भरोसा डगमगा गया।

📍 2. प्याज की कीमतों में उछाल (1998 का बड़ा मुद्दा) 🧅🔥
🔸 1998 में प्याज़ कीमत बढ़ गया था , जिससे जनता में गुस्सा बढ़ा।
🔸 कांग्रेस ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया और भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया।

📍 3. भाजपा में आंतरिक गुटबाजी
🔸 मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज के समर्थकों में नेतृत्व को लेकर मतभेद थे।

📍 4. कांग्रेस की मजबूत रणनीति
🔸 शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस ने भाजपा की अस्थिरता को चुनावी हथियार बनाया और 15 साल (1998-2013) तक सत्ता में बनी रही।

📌 1998 के बाद भाजपा की स्थिति

📌 1998 की हार के बाद भाजपा दिल्ली में 2013 तक सत्ता में वापसी नहीं कर पाई।
📌 2013 में अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (AAP) ने नया राजनीतिक विकल्प पेश किया।


🔍 हैशटैग और कीवर्ड:
#DelhiPolitics #BJP #History #DelhiElections #Congress #SheilaDikshit #OnionPriceHike #AAP #LatestNewsFromDelhi

📢 दिल्ली में लोकल खबरों और अपडेट के लिए www.SnapDelhi.xyz (Faster Hyper Local News Agency Service of Delhi) पर लोग इन करें।


FAQs:

Q1: 1998 में भाजपा की हार का सबसे बड़ा कारण क्या था?
A1: मुख्यमंत्री बदलने की अस्थिरता और प्याज की बढ़ती कीमतें भाजपा की हार के मुख्य कारण थे।

Q2: भाजपा 1998 के बाद दिल्ली में सत्ता में क्यों नहीं लौटी?
A2: शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस की मजबूत पकड़ और AAP के उदय ने भाजपा की वापसी को मुश्किल बना दिया।


📊 आपकी राय:

क्या भाजपा 2025 के चुनावों में दिल्ली में वापसी कर सकती है?

🔘 हां, सही नेतृत्व और रणनीति से संभव है
🔘 नहीं, AAP और कांग्रेस मजबूत हैं

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

EDITOR PICK

📰 Delhi News : उर्दू अकादमी में 'दास्तानगोई' की शानदार पेशकश, बच्चों और बड़ों को भावुक कर गई कहानियां 🎭📖